इंसान हिन्दीकविता hindikavita तरक़्क़ी नहीं हूँ हारा शंखनाद हुआ सहारा ज़िन्दगी थका हारा अपनों का इंतजार घुटन हर ओर दर्द निराशा का मंजर अकेला पथ पर मुसाफिर भटका हुआ

Hindi हारा हुआ Poems