ऐ प्यार के रास्तों पर चलने वालो जरा हमसे मिलकर जाया करो. ऐ प्यार के रास्तों पर चलने वालो जरा हमसे मिलकर जाया करो.
घर से निकला शहर को कमाने चला बोझ कंधो पे है वो निभाने चला!! घर से निकला शहर को कमाने चला बोझ कंधो पे है वो निभाने चला!!
शंखनाद हुआ शंखनाद हुआ
थका हारा ज़िन्दगी को हर अब तु ही मेरा आखिरी सहारा थका हारा ज़िन्दगी को हर अब तु ही मेरा आखिरी सहारा
देह को बस घसीट रहा हूं, अपने मिटने के और उनसे मिलने के इंतजार में......! देह को बस घसीट रहा हूं, अपने मिटने के और उनसे मिलने के इंतजार में.........
मैं भटका हुआ मुसाफ़िर ,तुम बरगद की छांव से मैं सर्द शामों की कंपकपाहट ,तुम अलाव से मै मैं भटका हुआ मुसाफ़िर ,तुम बरगद की छांव से मैं सर्द शामों की कंपकपाहट ,तुम अल...